भारत सरकार द्वारा ग्रामीण बेरोजगार नागरिकों को 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए मनरेगा (MGNREGA) योजना के तहत हर साल जॉब कार्ड लिस्ट जारी की जाती है। 2025 के लिए नरेगा जॉब कार्ड की नई लिस्ट अब आधिकारिक पोर्टल पर प्रकाशित कर दी गई है। ऐसे में जिन लोगों ने आवेदन किया था, वे अब ऑनलाइन माध्यम से अपना नाम इस सूची में चेक कर सकते हैं।
नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें अपने ही गांव में रोजगार प्रदान करना है। जॉब कार्ड के माध्यम से पात्र नागरिकों को हर वित्तीय वर्ष में 100 दिनों का रोजगार मिल सकता है। यदि किसी कारणवश लाभार्थी को काम नहीं मिल पाता है, तो सरकार उसे बेरोजगारी भत्ता भी देती है।
नरेगा जॉब कार्ड योजना के लाभ
- लाभार्थी को 100 दिन तक रोजगार की गारंटी
- रोजगार न मिलने पर सरकार देती है बेरोजगारी भत्ता
- गांव में ही काम मिलने से शहरों की ओर पलायन में कमी
- मजदूरों को वित्तीय स्थिरता और सामाजिक सुरक्षा
- सरकारी योजनाओं से जुड़ने में आसानी
पात्रता मापदंड
नरेगा जॉब कार्ड पाने के लिए आवेदक को निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
- भारतीय नागरिक होना आवश्यक
- ग्रामीण क्षेत्र में निवास होना चाहिए
- उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- परिवार के केवल एक सदस्य को जॉब कार्ड मिलेगा
- नियमित रूप से दिहाड़ी मजदूरी करने वाले प्राथमिक पात्र
जरूरी दस्तावेज
नरेगा जॉब कार्ड हेतु आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट 2025 में नाम कैसे चेक करें?
- सबसे पहले नरेगा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर “Job Card” या “जॉब कार्ड” सेक्शन पर क्लिक करें।
- राज्य, जिला, ब्लॉक और पंचायत का चयन करें।
- वित्तीय वर्ष 2024-2025 का चुनाव करें।
- “Proceed” बटन पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने पंचायत की जॉब कार्ड लिस्ट खुलेगी।
- लिस्ट में अपना नाम ढूंढें और कार्ड की स्थिति देखें।
अगर नाम नहीं है तो क्या करें?
- अपने पंचायत सचिव या ग्राम रोजगार सेवक से संपर्क करें
- नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर मदद लें
- दोबारा आवेदन जमा करें
निष्कर्ष
अगर आपने नरेगा योजना के तहत आवेदन किया था, तो अब समय है अपना नाम लिस्ट में चेक करने का। यह योजना ग्रामीण भारत के लिए एक मजबूत सहारा है, जो उन्हें उनके ही गांव में काम और सम्मान के साथ जीवन जीने का अवसर देती है।