भारत सरकार द्वारा बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं। इनमें से एक सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली योजना है – सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)। यह योजना विशेष रूप से माता-पिता को अपनी बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए वित्तीय रूप से सशक्त बनाने हेतु शुरू की गई थी। इस लेख में हम इस योजना की विशेषताओं, लाभ, पात्रता, ब्याज दर, और खाता खोलने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानेंगे।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा जनवरी 2015 में शुरू की गई एक लघु बचत योजना है, जो केवल बालिकाओं के लिए है। यह योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान का हिस्सा है। योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाना है, खासकर शिक्षा और विवाह जैसे महत्वपूर्ण अवसरों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
सुकन्या समृद्धि योजना की प्रमुख विशेषताएं
- केवल बेटियों के लिए: यह योजना सिर्फ लड़की के नाम पर ही खोली जा सकती है।
- आयु सीमा: लड़की की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- एक परिवार में अधिकतम दो खाते: यदि एक परिवार में दो बेटियां हैं तो उनके नाम पर दो अलग-अलग खाते खोले जा सकते हैं। (यदि जुड़वां बेटियां हैं तो तीसरे बच्चे के लिए भी छूट मिल सकती है)।
- न्यूनतम निवेश: ₹250 सालाना
- अधिकतम निवेश: ₹1.5 लाख प्रति वर्ष
- ब्याज दर: यह सरकार द्वारा तिमाही आधार पर तय की जाती है। (FY 2024 की पहली तिमाही में यह दर 8.2% है)
- परिपक्वता अवधि: 21 साल या लड़की की शादी के समय (18 वर्ष के बाद)
- कर लाभ: आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के फायदे
- उच्च ब्याज दर: यह योजना अन्य बचत योजनाओं की तुलना में अधिक ब्याज प्रदान करती है, जिससे लंबे समय में अच्छा फंड तैयार होता है।
- टैक्स में छूट: निवेश, ब्याज और परिपक्वता राशि – तीनों पर टैक्स छूट मिलती है (EEE टैक्स बेनिफिट)।
- बेटी की पढ़ाई और शादी के लिए आर्थिक सुरक्षा: माता-पिता को बेटी के भविष्य की चिंता से मुक्ति मिलती है।
- सरल प्रक्रिया और विश्वसनीयता: यह योजना डाकघर और अधिकतर सरकारी बैंकों में उपलब्ध है।
- नामांकन की सुविधा: अगर खाता धारक की मृत्यु हो जाए तो नामांकित व्यक्ति को राशि मिल जाती है
कौन खोल सकता है खाता?
- खाता लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है।
- लड़की की उम्र खाता खोलते समय 10 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- खाता डाकघर, SBI, PNB, Bank of Baroda, ICICI Bank जैसे कई बैंकों में खोला जा सकता है।
खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- लड़की का जन्म प्रमाण पत्र
- अभिभावक का आधार कार्ड या पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- खाता खुलवाने के लिए प्रारंभिक जमा राशि (कम से कम ₹250)
निवेश अवधि और निकासी नियम
- निवेश की अवधि खाता खोलने की तारीख से लेकर 15 साल तक होती है।
- खाता परिपक्वता तक (21 वर्ष) चालू रहता है।
- 18 वर्ष की आयु के बाद, लड़की की उच्च शिक्षा या विवाह के लिए 50% राशि निकाली जा सकती है।
- यदि लड़की की मृत्यु हो जाती है, तो अभिभावक को संपूर्ण राशि ब्याज सहित मिल जाती है।
सुकन्या योजना में ऑनलाइन खाता कैसे खोलें?
- संबंधित बैंक या डाकघर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Sukanya Samriddhi Yojana” सेक्शन में जाएं और आवेदन पत्र डाउनलोड करें।
- फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ के साथ नजदीकी शाखा में जमा करें।
- एक बार खाता खुल जाने पर आपको पासबुक मिलती है जिसमें हर लेनदेन दर्ज होता है।
नोट: कुछ बैंकों में पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध हो चुकी है।
योजना से जुड़ी जरूरी बातें
- हर वर्ष ₹250 जमा करना अनिवार्य है, अन्यथा खाता निष्क्रिय हो सकता है।
- निष्क्रिय खाता ₹50 का पेनाल्टी देकर दोबारा सक्रिय किया जा सकता है।
- एक बार खाता खुलने के बाद उस पर नाम या अभिभावक नहीं बदले जा सकते।
बेटी है तो कल है – और सुकन्या समृद्धि योजना उस कल को बेहतर बनाने का मजबूत जरिया है।